हिसार

लॉकडाउन के बीच वस्तुओं व सेवाओं की होम डिलीवरी के लिए हिसार जिला ने किया सफल प्रयोग

विक्रेता व उपभोक्ता के बीच की कड़ी बनेगा कनेक्ट प्लस मोबाइल एप

आमजन को एप के माध्यम से वार्ड व ग्राम स्तर पर विक्रेताओं व सेवा प्रदाताओं की जानकारी होगी मुहैया

वन टच कॉलिंग व व्हाट्स अप के माध्यम से कर सकेंगे ऑर्डर, जीपीएस नेवीगेशन से विक्रेता पहुंचाएगा उपभोक्ता के घर तक सामान
इलेक्ट्रीशियनए पलम्बर सहित 8 सेवा प्रदाताओं की सेवाएं होंगी उपलब्ध

हिसार,
दैनिक जीवन में काम आने वाली आवश्यक वस्तुएं व सेवाएं आमजन को घर पर ही मुहैया करवाने की दिशा में हिसार में विकसित कनेक्ट प्लस एप नई भूमिका निभाएगा। उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी की पहल पर एनआईसी व जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किए गए कनेक्ट प्लस एप पर हरियाणा के ऐसे 22 हजार विक्रेताओं व सेवा प्रदाताओं तक आमजन की पहुंच हो सकेगी जो उपभोक्ताओं को होम डिलीवरी करवाएंगे। इस एप को 24 अप्रैल के बाद से गूगल प्ले स्टोर से नि:शुल्क डाउनलोड करके मोबाइल में इंस्टॉल किया जा सकेगा।
दरअसल, कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के दौरान उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने लोगों की इस जरूरत को महसूस किया जिससे उन्हें घर से बाहर जाए बिना आवश्यक वस्तुएं मुहैया हो सकें। लोगों की इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए जिला प्रशासन व सूचना, जनसंपर्क विभाग द्वारा स्थानीय स्तर पर होम डिलीवरी करवाने को तैयार दुकानदारों, विक्रेताओं व सेवा प्रदाताओं के नाम व मोबाइल नंबर समाचार पत्रों, पंप्लेट्स, फ्लैक्स और मुनादी के माध्यम से आमजन तक पहुंचाने का जन-जागरूकता अभियान भी चलाया गया जिससे लॉकडाउन के दौरान आमजन को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति हो सकी।
इस दिशा में एक कदम और बढ़ाते हुए उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने एनआईसी के जिला सूचना अधिकारी एमपी कुलश्रेष्ठ से मंत्रणा कर उन्हें ऐसा एप विकसित करवाने को कहा जो केवल हिसार ही नहीं पूरे हरियाणा भर के विक्रेताओं व सेवा प्रदाताओं की पहुंच आम आदमी की मुट्ठी में ला दे। इसके बाद डीआईओ एमपी कुलश्रेष्ठ के नेतृत्व में एनआईसी की टीम द्वारा शुरू की गई ऐसा एप तैयार करने की प्रक्रिया जिसे उपभोक्ता अपने मोबाइल में इंस्टॉल करके मनचाहा उत्पाद होम डिलीवरी के लिए ऑर्डर कर सके।
एनआईसी द्वारा केवल 2 सप्ताह की मेहनत से ऐसा एप तैयार कर लिया गया जिसे नाम दिया गया कनेक्ट प्लस जो विक्रेता व उपभोक्ता को कनेक्ट करेगा और आजीविका व उपयोगी सेवाओं को प्रदान करने का माध्यम बनेगा। एंड्रॉयड मोबाइल फोन के लिए विकसित इस एप में ऐसे फीचर उपलब्ध करवाए गए हैं जो इशारे से उपभोक्ता व विक्रेताओं के बीच संपर्क स्थापित करेंगे।

जिला सूचना अधिकारी एमपी कुलश्रेष्ठ ने बताया कि इस एप पर कोविड एसएस पोर्टल पर उपलब्ध हरियाणा के 22 हजार अधिकृत विक्रेताओं को सूचीबद्ध किया गया है। इसमें शहरी क्षेत्र में वार्डवाइज व ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत वाइज आवश्यक वस्तुओं के विक्रेताओं व उपयोगी सेवा प्रदाताओं की सूची तैयार करवाई गई है ताकि कोई भी व्यक्ति अपने वार्ड व गांव में स्थानीय स्तर पर ही विक्रेता को सर्च करके उसे मनचाहे उत्पाद का ऑर्डर कर सके। आवश्यक वस्तुओं के अलावा इस एप के माध्यम से इलेक्ट्रीशियन, पलम्बर, ऑटोमोबाइल मैकेनिक, कारपेंटर, सीसीटीवी मैकेनिक, डीटीएच मैकेनिक, टेलीकॉम मैकेनिक, आईटी मैकेनिक को भी उपकरणों आदि की मरम्मत आदि की सेवाओं के लिए घर पर बुलाया जा सकेगा।
एप में दिखाई देने वाले विक्रेता या सेवा प्रदाता के नाम पर केवल एक टच से फोन संपर्क स्थापित किया जा सकता है। इतना ही नहीं, विक्रेता के नाम के साथ ही बने व्हाट्स अप के माध्यम से भी ऑर्डर बुक किया जा सकता है। इस एप को जीपीएस कॉर्डिनेट्स से लैस किया गया है ताकि विक्रेता व उपभोक्ता को एक-दूसरे की लोकेशन व रास्ते की भी जानकारी मिल सके। विक्रेता को गुगल नेवीगेशन टै्रककी सुविधा भी इस एप के माध्यम से उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने बताया कि कोई नया विक्रेता या सेवा प्रदाता भी अपने आप को केवल मोबाइल ओटीपी के माध्यम से इस एप पर पंजीकृत करवा सकता है और अपने उत्पाद व सेवाओं की आमजन को बिक्री शुरू कर सकता है। इसके अलावा विक्रेता द्वारा कॉल सेंटर पर 1950 नंबर पर फोन करके भी पंजीकरण करवाया जा सकता है। इससे संबंधित किसी भी शिकायत के समाधान के लिए कनेक्ट प्लस हरियाणा एट जीमेल डॉट कॉम पर आवेदन किया जा सकता है।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने कनेक्ट प्लस को विकसित करने के लिए एनआईसी के प्रयासों की सराहना करते हुए इस एप को विक्रेता व उपभोक्ता के बीच संपर्क स्थापित करने की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति इस एप के माध्यम से अपने आसपास के विक्रेताओं द्वारा बेची जा रही वस्तुओं के दामों का तुलनात्मक अध्ययन करके केवल एक टच से फोन करके अथवा व्हाट्स अप के माध्यम से मनचाही वस्तु की होम डिलीवरी के लिए ऑर्डर कर सकेगा। इससे जहां एक तरफ लोगों को घर बैठे आवश्यक वस्तुएं व सेवाएं मिल सकेंगी वहीं इसके चलते लोगों को सडक़ों पर कम से कम निकलना पड़ेगा और लॉकडाउन के नियमों का भी बेहतर ढंग से पालन हो सकेगा।

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