हिसार

कोरोना महामारी के दौर में बेजुबान जानवरों के इलाज में लगे डॉक्टर्स भी रखें प्रशासन के दिशा निर्देशों का ख्याल : डॉ. राजेश गंगवा

केंद्रीय भैंस अनुसंधान के पशु चिकित्सक ने विश्व पशु चिकित्सक दिवस के अवसर पर पशु चिकित्सको की मेहनत को किया सलाम

हिसार,
संक्रमण से डर तो है, पर डर के आगे जीत है, इस सोच के साथ संकट के इस घड़ी में कार्य कर गर्व महसूस कर रहे हैं ये कोरोना फाइटर्स। आज कोरोना वायरस महामारी की भीष्म परिस्थिति के दौर में जहाँ एक तरफ इंसानी चिकित्सकों पर पूरा भारत देश फूल बरसा रहा है वही आज विश्व पशु चिकित्सा दिवस पर कोरोना की जंग में पशु चिकित्सको के अहम रोल को भुलाया नहीं जा सकता। उनका भी पूरे देश के नागरिको को हौंसला बढ़ाना चाहिए। अगर आप से भारत के 10 बड़े इंसानी चिकित्सको के बारे में पूछा जाए तो आप 10 नहीं उससे भी ज्यादा नाम एक साँस में बता सकते हैं और यदि पशु चिकित्सकों के बारे में यही सवाल पूछा जाए तो शायद ही कोई नाम याद आएगा। ये हो सकता है कि सोसायटी, कॉलोनियों के आसपास डिस्पेंसरी, छोटे-बड़े अस्पतालों की वजह से इंसानी डॉक्टरों को याद रख पाना आसान हो। ये भी हो सकता है कि कृषि प्रधान भारत में पशुपालन ग्रामीण इलाकों में बड़े पैमाने पर होता हो लिहाजा शहरी परिवेश में रहने वालों को पशु डॉक्टरों के बारे में पता न हो। लेकिन आश्चर्य की बात ये है कि ग्रामीण या छोटे कस्बों में रहने वाले लोग भी पशु चिकित्सकों के बारे में शायद ही कुछ बता सकें। ऐसे में ये बड़ा सवाल है कि आखिर पशु चिकित्सक, इंसानी डॉक्टरों की तरह नामचीन क्यों नहीं हो पाते हैं। आज विश्व पशु चिकित्सा दिवस पर हमारे सामने यह एक सोचने का विषय है।
ऐसा ही एक उदाहरण हिसार में सिरसा रोड़ स्थित केंद्रीय भैंस अनुसंधान केंद्र के वेटरनरी ऑफिसर डॉ0 राजेश गंगवा का है। 24 मार्च से पूरे देश में लोकडाउन के बाद कफ्यऱ्ू जैसे हालात हो गए थे उसके बाद भी भैंसों के स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिए रविवार का भी अवकाश नहीं लिया। बतौर कोरोना फाइटर दूसरे डॉक्टर्स की टीम के साथ डॉ. राजेश गंगवा, भैंस फार्म में जाकर पशुओं की देखभाल करते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में बेजुबान जानवरों के इलाज में लगे डॉक्टर्स प्रशासन के दिशा निर्देशों का ख्याल रखें।
साथ ही उन्होंने बताया कि केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के डायरेक्टर डॉ. सतबीर सिंह दहिया भी प्रशासन के निर्देशानुसार लेबर को हर समय मास्क लगाकर रखने, हाथों को सेनिटाइज करने व सोशल डिस्टनसिंग बनाकर रखने के लिए प्रेरित करते रहते हैं।

Related posts

गुलाबी सुंडी के समाधान के लिए ठोस कदम उठाएं वैज्ञानिक : प्रो. बीआर कम्बोज

जरूरतमंद लोंगों को खाद्य सामग्री भेंट कर नववर्ष मनाएगा हैप्पीनेस ग्रुप

Jeewan Aadhar Editor Desk

हिसाब मांगने के लिए सेक्टरवासी बैठे अनशन पर, पूर्व मंत्री पहुंची समर्थन देने