फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
रतिया इलाके में लोक निर्माण विभाग (बीएंडआर) द्वारा करीब 8 करोड़ की लागत से बनाए जा रहे एसडीओ कंपलेक्स में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। इस इमारत के निर्माण में पहले राजमिस्त्री रह चुके हरविंदर सिंह व उनके पिता ने इमारत निर्माण में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। हरविंदर सिंह का कहना है कि इस इमारत के निर्माण के दौरान घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इमारत में जितना लोहे की सरिये की आवश्यकता है, उससे एक तिहाई सरिया ही इमारत के निर्माण में लगाया जा रहा है। वहीं इमारत में लगने वाले स्टील को भी स्क्रैप का स्टील बताया गया है। इस मामले में शिकायतकर्ता हरविंदर सिंह का कहना है कि इस इमारत के निर्माण में ऊपर से नीचे तक अफसरशाही मिलीभगत है। हरविंदर सिंह के द्वारा इस मामले की शिकायत सीएम विंडो और विजलैंस में भी की गई है।
हरविंदर सिंह का कहना है कि लोक निर्माण विभाग के एसडीओ राज कुमार मेहता की देखरेख में यह काम चल रहा है। उनके द्वारा जब इस मामले में शिकायत दी गई तो वे एसडीओ के द्वारा उन पर भी शिकायत वापसी का दबाव बनाया गया। हरविंदर सिंह ने बताया कि एसडीओ ने उन्हें अपने पास बुलाया और उनकी ठेकेदार के मैनेजर से मीटिंग भी करवाई। लेकिन बात बनती ना देख उन्हें धमकी दी जा रही है और उन पर शिकायत वापसी का दबाव बनाया जा रहा है।
हरविंदर सिंह का कहना है कि अगर इस मामले की गहनता से जांच की जाए तो काफी बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा। इस मामले में एसडीओ राजकुमार मेहता का कहना है कि उनके पास मामले की शिकायत आई है और वह मामले की जांच कर रहे हैं। एसडीएम महोदय का कहना है कि उन पर जो भी आरोप लगाए गए हैं वह निराधार है। लेकिन इन सबके बीच गौर करने की बात यह है कि जिस मिस्त्री के द्वारा शुरुआती चरण में इस इमारत का निर्माण कार्य किया गया था, उसी के द्वारा ही भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं। ऐसे में उच्च स्तरीय जांच तो बनती ही है ताकि भ्रष्टाचार के खेल का पर्दाफाश हो सके।