चौधरीवास टोल पर 9 को विशाल किसान रैली करेंगे किसान
हिसार,
अखिल भारतीय किसान, मजदूर समन्वय संघर्ष समिति के आह्वान पर हिसार जिले के चारों टोल प्लाजा को फ्री रखने का अभियान आज 12वें दिन भी जारी रहा। माइयड़ टोल प्लाजा पर शुरु किया गया क्रमिक अनशन आज छठे दिन भी जारी रहा। बारिश होने के बावजूद सभी टोल प्लाजा पर दिन व रात का धरना व पहरा जारी है। सैंकड़ों किसान मुस्तैदी से मोर्चे पर डटे हुए हैं। टोल प्लाजा चौधरीवास पर बालसमंद तहसील के प्रधान कृष्ण गावड़ की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 9 जनवरी को प्रात: 11 बजे चौधरीवास टोल पर विशाल रैली व प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी तैयारियों के लिये 6 जनवरी से आसपास के गांवों में जन सम्पर्क अभियान चलाया जाएगा। बैठक में किसान सभा के जिला प्रधान, राज्य सचिव दयानंद पूनिया, रघुबीर गावड़, सुभाष कौशिक, रमेश मिरकां, राजकुमार ठोलेदार, रामानंद यादव, नफेसिंह थानेदार चिड़ौद, राजकुमार झिंझरिया, जियालाल गोरछी, महेन्द्र सिंह पिलानिया, बलवान बागड़ी आदि उपस्थित रहे।
चौधरीवास टोल पर आयोजित किसान धरने को सीटू के राज्य महासचिव सुखबीर सिंह प्रभात ने संबोधित किया। धरने को संबोधित करते हुए कॉमरेड सुखबीर सिंह ने कहा कि कल सरकार से हुई बातचीत से लगता है कि सरकार की किसानों की मुख्य मांगों के प्रति अभी भी नीयत ठीक नहीं है। कहने को तो लगता है कि हमारे देश में लोकतांत्रिक सरकार है लेकिन मोदी सरकार आज बड़े-बड़े कारपोरेट घराने अडानी और अंबानी के दबाव में आ चुकी है जिससे देश की लोकतांत्रिक प्रणाली को भारी आघात पहुंच रहा है। लोकतांत्रिक देश में निर्वाचित सरकार को जनता की जायज मांगों को मानकर उनका निराकरण करना चाहिए। आज भी समय है, मोदी सरकार तुरंत इन काले कानूनों को निरस्त करें और किसान की खरीद गारंटी के लिए एमएसपी का कानून तुरंत बनाएं वरना जब तक सरकार इन तीनों कृषि के काले कानूनों को वापस नहीं लेगी और एमएसपी पर खरीद की गारंटी पर कानून नहीं बनाएगी, तब तक यह आंदोलन वापस नहीं लिया जाएगा।
आज के धरने को किसान सभा के जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार, प्रेस सचिव सूबेसिंह बूरा ने भी संबोधित किया। धरने पर कांग्रेसी नेता रामनिवास राड़ा भी अपना समर्थन देने पहुंचे। आज के धरने में सुभाष कौशिक, ज्ञानी राम, आजाद, श्रवण सिंह, उमेद पिलानिया, महला सिंह, राजकुमार, जयवीर, पवन, प्रदीप, रवि, राजेश, नफे सिंह श्योराण, प्रदीप चिल्लर, कृष्ण चौटाला, उमेद सिंह पिलानिया, सोमबीर, आत्माराम, सुनील, फूल कुमार, सुनील ग्रेवाल, सोहनलाल, रघुवीर गावड़ आदि सैकड़ों किसान शामिल रहे।