हांसी की एसपी ने किया फर्जी लाटरी व लुभावने प्रलोभन देने वाले संदेशों से सावधान
हिसार,
हांसी की पुलिस अधीक्षक नितिका गहलोत ने कहा है कि इन दिनों साइबर अपराधी सक्रिय है। ऐसे में जनता को जालसाजी करने वाली फोन कॉल, वट्सअप मैसेज या इमेल आदि से बचने की जरूरत है। ऐसा न हो कि कहीं अमीर बनने के चक्कर में हम सब कुछ लुटा बैठें।
इस तरह के फर्जी मामलों से सावधान करते हुए पुलिस अधीक्षक नितिका गहलोत ने कहा कि कुछ धोखेबाज जनता को विभिन्न ऑफर (एसएमएस, व्हाट्सएप मैसेज, कॉल और यहां तक कि ईमेल या पोस्ट) के माध्यम से कार, कैश प्राइज, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि जीतने का प्रलोभन देते हैं। इसके बदले में वे सामने वाले का बैंक विवरण, पता, क्रेडिट कार्ड या व्यक्तिगत जानकारियां मांग लेते हैं। आमतौर पर ऐसी फीस की मांग की जाती है जिसे जीतने से पहले भुगतान करने की आवश्यकता होती है। यदि कोई अपनी व्यक्तिगत जानकारी उपलब्ध करवा देता है तो उनका उपयोग आगे चलकर आपराधिक धोखाधड़ी जैसी गतिविधियों के लिए किया जा सकता है। धोखेबाजी का शिकार हुआ व्यक्ति अपना पैसा खो देता है और बदले में उसे कुछ नहीं मिलता।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि धोखेबाज लोग पोस्ट, कुरियर या ई-मेल पर आमजन को पत्र और स्क्रैच कार्ड भेजते हैं। इनमें कहा जाता है कि वे कार या मोटरसाइकिल की तरह हाई-वैल्यू का इनाम जीत चुके हैं। फिर पत्र में लिखे एक फोन नंबर पर कॉल करने के लिए कहा जाता है या एक नकली वेबसाइट पर जाने के लिए निर्देशित किया जाता जो ई-कॉमर्स वेबसाइट जैसे नापतोल, स्नैपडील, फ्लिपकार्ट के समान दिखाई देती है। इससे वे सामने वाले को लुभा सकते हैं। एक वेबसाइट जो ई-कॉमर्स वेबसाइट के समान दिखाई देती है, वो सामने वाले को एक नकली व मनगढ़ंत प्रमाण पत्र भेजता है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग ई-कॉमर्स कंपनी के कर्मचारी या हिस्सेदार होने का दावा कर सकते हैं और प्रमाण के रूप में अपना नकली पहचान पत्र भी प्रदर्शित कर सकते हैं।
नितिका गहलोत ने कहा कि आमतौर पर धोखेबाज लोग लॉटरी के ईनाम और ऑफर की एक्सपायरी डेट का हवाला देकर कुरियर फीस, टैक्स, कस्टम ड्यूटी, शिपिंग आदि के लिए भुगतान और व्यक्तिगत जानकारी की मांग करते हैं। धोखेबाजों द्वारा नियंत्रित बैंक खातों में गलत तरीके से भुगतान करवाया जाता है और बाद में वे उसी के साथ फरार हो जाते हैं। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि वे अपने बैंक खाते, क्रेडिट कार्ड या वित्तीय जानकारी का खुलासा न करें, संदिग्ध ई-मेल का जवाब न दें और ना ही संदिग्ध लिंक पर क्लिक करें क्योंकि उनमें मेलवेयर या वायरस हो सकता है। लॉटरी राशि प्राप्त करने के लिए कभी भी किसी को अग्रिम शुल्क का भुगतान न करें, लॉटरी राशि प्राप्त करने के लिए कोई भी आपको पैसे देने के लिए नहीं कहेगा। उन्होंने कहा कि जब किसी ने कभी किसी तरह की लॉटरी में भाग लिया ही नहीं है तो लॉटरी कैसे जीती जा सकती है।