आदमपुर,
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन आदमपुर, अग्रोहा व बालसमंद ने सोमवार को आदमपुर में जोरदार प्रदर्शन किया। राज सिनेमा मैदान में एकत्रित होकर स्कूल एसोसिएशन के सदस्यों ने जोरदार नारेबाजी करके सरकार के समाने स्कूल खोलने की मांग रखी। इस दौरान तीनों खंड़ों के सभी स्कूलों की सैंकड़ों बसें भी मैदान में एकत्रित हुई।
एसोसिएशन के प्रधान जेपी पाहवा, सचिव धर्मवीर जांगड़ा व कोषाध्यक्ष अरविंद बेरिवाल ने बताया कि सरकार ने बिना किसी मंथन के अचानक स्कूलों में आठवीं तक का अवकाश घोषित कर दिया। सरकार को विचार करना चाहिए कि निजी स्कूल देश की शिक्षा की रीढ़ है। ऐसे में जिन क्षेत्रों में कोरोना वायरस का फिलहाल प्रभाव नहीं है वहां के स्कूलों को बंद करवाना औचित्यहीन है। सरकार को चाहिए कि कोरोना प्रभावित क्षेत्रों के लिए अलग से नियम लागू करे और अन्य क्षेत्रों के लिए अलग। सबको एक तराजू में तोलना न केवल गलत है बल्कि ये अन्याय भी है।
एसोसिएशन ने कहा कि निजी स्कूलों को पिछले साल काफी आर्थिक नुकसान हुआ है। इस साल एडमिशन समय में अचानक बिना किसी ठोस कारण के आठवीं तक के स्कूलों को बंद करना गलत फैंसला है। सरकार को स्कूलों को बंद करने के स्थान पर गाइडलाइन जारी करनी चाहिए। बच्चों की संख्या को निर्धारित किया जा सकता है। लेकिन स्कूलों को बंद करना समस्या का हल नहीं है।
एसोसिएशन ने कहा निजी स्कूलों ने अभी स्कूलों का बीमा करवाया है। बसों को ठीक करवाया है। इसमें लाखों रुपये लगे हैं। सरकार को ये पैसा स्कूलों को लौटाना चाहिए। जब तक स्कूल बंद रहे तब तक सभी कर्मचारियों का वेतन सरकार को देना चाहिए। प्रदर्शन के बाद एसोसिएशन के सदस्यों ने तहसील में जाकर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन व बसों की सांकेतिक चाबी सौंपी। इस अवसर पर करतार शर्मा, अनिरुद्ध ज्याणी, सतबीर गढ़वाल, बी.डी.प्रणामी, बलविंद्र भ्याणा, राजेंद्र सिहाग, सुनील शर्मा, नरषोत्तम मेजर, विकास सिंवर, ओपी सिहाग, बलजीत सहारण, राजेश शर्मा, पवन झूरिया, लीलू राम जाजूदा सहित काफी संख्या में स्कूल संचालक उपस्थित थे।