वित्तीय सहायता के लिए मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य
हिसार,
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में दलहनी व तिलहनी फसलों को बढ़ावा देने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में प्रमुख बाजरा उत्पादक जिलों में मूंग, अरहर, अरंड व मूंगफली की खेती करने वाले किसानों को प्रति एकड़ 4 हजार रुपए की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
उपायुक्त ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों (विशेषकर प्रमुख बाजरा उत्पादक जिलों में) दलहनी (मूंग, अरहर) व तिलहनी (अरंड, मूंगफली) फसलों की काश्त करने वाले किसानों को खरीफ 2021 के दौरान चार हजार रुपये प्रति एकड़ की वित्तीय सहायता दी जाएगी। उपायुक्त ने बताया कि किसानों को अपने खेतों में बाजरा की फसल के स्थान पर दलहनी व तिलहनी फसलों को लगाने के अनेक लाभ हैं। दलहनी फसलों से एक और जहां भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती है वहीं दूसरी और तिलहनी फसलों को बढ़ावा देने से खाद्य तेल की उपलब्धता सुनिश्चित होती है। किसानों को दलहनी व तिलहनी फसलों की अधिक पैदावार लेने के लिए बीज का उपचार अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल https://fasal.haryana.gov.in/ पर पंजीकरण करवाना होगा। पंजीकरण की अंतिम तिथि 31 जुलाई निर्धारित की गई है। संबंधित किसान उपरोक्त विषय के संदर्भ में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए किसी भी कार्य दिवस को कृषि विभाग के कार्यालय एवं संबंधित कृषिविकास अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।