हिसार

पाठ्यक्रम में शामिल होगी महाराजा अग्रसेन की जीवनी, नौनिहाल पढ़ेंगे समाजवाद का पाठ

अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के प्रयासों को मिली सफलता, शिक्षा मंत्री ने मानीं अग्रवाल समाज की मांगें

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में चेयर स्थापित करने का आश्वासन, अग्रोहा में महाराजा के नाम पर कन्या कॉलेज बनाने की मांग

हिसार,
अग्रवाल समाज की सबसे प्रभावी और अग्रणी संस्था अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन हरियाणा सरकार से बड़ी मांगें मनवाने में कामयाब हुई है। इसके चलते हरियाणा सरकार प्राथमिक स्कूलों के पाठ्यक्रम में महाराजा अग्रसेन की जीवनी शामिल करने जा रही है। इसके साथ ही शिक्षा मंत्री ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में महाराजा के नाम पर पीठ स्थापित करने का आश्वासन भी दिया है। वहीं, अग्रवाल सम्मेलन की मांग पर अग्रोहा में महिला कॉलेज का निर्माण शुरू हो चुका है। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग ने इन मांगों को सिरे चढ़ाने में विशेष योगदान के लिए विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता के प्रयासों की सराहना की है।
अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के प्रदेश प्रवक्ता विपिन गोयल ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग के नेतृत्व में एक विशेष प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता और शिक्षामंत्री कंवरपाल से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने इस दौरान शिक्षा मंत्री के सम्मुख सम्मेलन की तीन प्रमुख मांगें रखीं। उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन मानवता के प्रवर्तक, अहिंसा के पुजारी, गणतंत्र के संस्थापक, गरीबों के मसीहा, राष्ट्रवाद के प्रबल समर्थक रहे हैं। उन्होंने ‘एक ईंट-एक मुद्रा’ की परंपरा शुरू समाज को नई दिशा दी। प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षामंत्री को बताया कि वर्ष 2014 तक हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से पांचवीं कक्षा के पाठ्यक्रम में उनकी जीवनी शामिल की गई थी। बाद में किन्हीं कारणों से यह जीवनी पाठ्यक्रम से हटा दी गई। गोपाल शरण गर्ग ने कहा कि राष्ट्रवाद के इतने बड़े मसीहा के जीवन के बारे में आधुनिक पीढिय़ों को जानकारी होना आवश्यक है। इसलिए उनकी जीवनी पाठ्यक्रम का हिस्सा होनी चाहिए। शिक्षा मंत्री ने उनकी मांग स्वीकार करते हुए कहा जल्द ही यह जीवनी प्रदेश में प्राथमिक पाठशालाओं के पाठ्यक्रम का हिस्सा होगी।
विपिन गोयल ने बताया कि इसके साथ ही प्रतिनिधिमंडल ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में महाराजा अग्रसेन के नाम पर पीठ स्थापित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन का कुरुक्षेत्र के इतिहास के गहरा नाता रहा है। उन्होंने पांडव पक्ष की ओर से महाभारत युद्ध में भाग लिया। युद्ध के नौंवे दिन उनके पिता वीरगति को प्राप्त हो गए। अग्रसेन ने सभी मर्यादाओं का पालन करते हुए 18 दिन तक युद्ध में भाग लिया और युद्ध समाप्ति पर भगवान श्रीकृष्ण के आशीर्वाद से नययुग में धर्म की स्थापना की और अग्रोहा नगर बसाया। इसी दौरान उन्होंने ‘एक ईंट-एक मुद्रा’ का अभिनव प्रयोग करते हुए सच्चे समाजवाद की स्थापना की। गीता का उपदेश सुनकर ही उन्होंने 18 प्रेरणादायक सिद्धांतों को मूर्त रूप दिया।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा प्रतिनिधिमंडल की ओर से शिक्षामंत्री को अवगत करवाया गया कि पंजाब सरकार ने पटियाला स्थित पंजाबी यूनिवर्सिटी में भी महाराजा के नाम की पीठ स्थापित की है। इसके लिए 7 करोड़ का बजट भी तय किया गया है। उन्होंने हरियाणा सरकार से आग्रह किया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में उनके नाम पर पीठ स्थापित की जानी चाहिए। इस शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने आश्वासन दिया कि वे इस दिशा में सकारात्मक भावना से विचार करेंगे तथा उनकी मांग सरकार के संज्ञान में लाई जाएगी।
विपिन गोयल ने बताया कि अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के पदाधिकारियों ने अग्रोहा में बनने वाले महिला कॉलेज का नाम महाराजा अग्रसेन के नाम पर करने की मांग की है। गोपाल शरण गर्ग ने कहा कि यह उनकी संस्था की पुरानी मांग रही है, जिसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री घोषणा भी कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि जल्द इस कॉलेज का नाम महाराजा अग्रसेन के नाम पर रखा जाए। प्रतिनिधिमंडल में सम्मेलन के राष्ट्रीय उप महामंत्री सीबी गोयल, प्रदेश अध्यक्ष एवं पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल, प्रदेश महामंत्री मोहित बंसल, चंडीगढ़ प्रदेश महामंत्री प्रदीप बंसल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगमोहन गर्ग, पंचकूला जिला अध्यक्ष विजय अग्रवाल, जिला महामंत्री प्रवीण गोयल शामिल रहे।

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