हिसार

आदमपुर : सीसवाल में टूटी बरसाती ड्रेन, खेतों से गांव तक पहुंचा पानी, भारी नुकसान का अनुमान

आदमपुर,
गांव सीसवाल में बरसाती पानी के लिए बनी ड्रेन टूट गई। रविवार को सुबह 5 बजे टूटी। इससे पानी खेतों से होते हुए गांव तक पहुंच गया। सुबह 9 बजे तक ग्रामीण लगातार प्रशासनिक अधिकारियों से ड्रेन को पाटने की गुहार लगाते रहे लेकिन मौके पर पहुंचने के बाद भी अधिकारियों ने राहत का काम आरंभ नहीं किया। इसके चलते गांव के युवाओं ने अपने स्तर पर ड्रेन को पाटने का काम आरंभ किया और करीब 2 घंटे की मशक्कत के पानी के बहाव को रोक दिया। समाचार लिखे जानें तक ड्रेन को पाटने का काम जारी था।

क्या बोले ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया सुबह करीब 5 बजे ड्रेन का एक किनारा टूट गया। इससे पानी तेजी खेतों की तरफ आने लगा। मामले की जानकारी तुरंत प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई। करीब 2 घंटे बाद पटवारी व कुछ कर्मचारी मौके पर पहुंचे और जेसीबी मशीन मंगवाई। लेकिन चिकनी मिट्टी होने के कारण वह मौके पर पहुंचने से काफी पहले ही मिट्टी में धंस गई। इसके बाद वे आलाधिकारियों को फोन करते रहे—लेकिन राहत व बचाव का काम आरंभ नहीं हुआ।

युवाओं ने संभाली कमान
प्रशासनिक अधिकारियों के मूकदर्शक बनने पर गांव के युवाओं ने कमान अपने हाथ में ली। युवाओं ने मिलकर करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ड्रेन को पाट दिया। पानी का बहाव 11 बजे तक बिल्कुल रोक दिया गया। लेकिन इस किनारों को पक्का करने में युवा लगातार लगे हुए है। युवाओं का कहना है कि वे आज इसे पूरी तरह भरकर जायेंगे ताकि पानी के तेज बहाव आने से यहां दोबारा से कटाव ना हो सके।

क्या बोले अधिकारी
नहरी विभाग के जेई विनोद कुमार ने बताया कि उनके पास 6 बजे के आसपास कॉल आया था। महज 15 मिनट में वे मौके पर पहुंच गए थे। आते ही जेसीबी मशीन को बुलाया, लेकिन मिट्टी में नमी होने के चलते वह धंस गई। अब बड़ी पॉपलिन मशीन को बुलाया गया है। उनके कर्मचारी ग्रामीणों के साथ मिलकर काम कर रहे है।

ड्रेन में आता है सेम का पानी
सीसवाल में टूटी इस ड्रेन में बरसात, सेम और गंदा पानी आता है। यह ड्रेन जगह—जगह से कच्ची है। इसकी मुरम्मत कभी भी नहीं होती। इस बार लगातार हो रही बरसात होने के कारण मिट्टी में नमी आ गई। ड्रेन में अधिक बहाव के कारण नमी हुई मिट्टी में अपरदन हो गया और किनारें की मिट्टी पानी के साथ बह गई।

किसानों को काफी नुकसान
ड्रेन के टूटने से किसानों के खेतों में पानी घुस गया। इससे यहां के किसानों की कपास, मूंग, ग्वार सहित सभी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तुरंत नुकसान का जायजा लेने की मांग की है।

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