परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—514 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—514Jeewan Aadhar Editor DeskApril 21, 2025April 21, 20250
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—513 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—513Jeewan Aadhar Editor DeskApril 20, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—512 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—512Jeewan Aadhar Editor DeskApril 19, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—511 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—511Jeewan Aadhar Editor DeskApril 18, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—510 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—510Jeewan Aadhar Editor DeskApril 17, 2025April 17, 2025
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—452Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 19, 2025 February 19, 2025 मिथिला में गंगाधर शास्त्री नामक पंडित एक विद्यालय में अध्यापन का कार्य करते थे। शास्त्री जी अपने कार्य को पूर्ण निष्ठा से करते थे। उन्होंने...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 451Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 18, 2025 February 18, 2025 राजा दशरथ ने अपने चारों पुत्रों- राम, लक्ष्मण, भरत, और शत्रुघ्न को अध्ययन हेतु महर्षि वशिष्ठ के आश्रम भेजा था। उनके लिए राजमहल में शिक्षण...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—450Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 17, 2025 February 17, 2025 एक व्यापारी बुरी आदतों का शिकार था। वह चाहता था कि इनसे मुक्ति मिल जाए, किंतु बहुत प्रयास के बावजूद ऐसा नहीं हो पाया। फिर...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 449Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 16, 2025 February 16, 2025 एक बार महर्षि भारद्वाज को कठोर तपस्या का विचार आया। इसके लिए वे एक गुफा में चले गए। तपस्या करते हुए उन्हें अनेक वर्ष हो...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—448Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 15, 2025 February 15, 2025 एक ब्राह्मण के हृदय में यज्ञ करने का विचार आया, किंतु उसके पास इसके लिए पर्याप्त धन नहीं था। इसलिए उसने अनेक देवताओं की पूजा...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—447Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 14, 2025 February 14, 2025 दो दोस्त थे। मोहन और राम। बचपन की मित्रता युवावस्था तक आते-आते और गहरी हो गई। दोनों ने मिलकर कपड़े का व्यापार शुरू किया। दोनों...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—446Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 13, 2025 February 13, 2025 विजयगढ़ के राजा भानुप्रताप सिंह बहुत दयालु और परोपकारी थे। एक वर्ष उनके राज्य के कुछ इलाकों में बारिश नहीं हुई। जिसके कारण कुछ गांवों...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—445Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 12, 2025 February 12, 2025 श्रीहरिपुर के राजा प्रदीप सिंह की असमय मृत्यु के बाद उनके इकलौते पुत्र तेजवीर सिंह को गद्दी पर बैठाया गया। तेजवीर सिंह अपने पिता की...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—444Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 11, 2025 February 11, 2025 एक आदमी अपनी पत्नी व पुत्र के साथ सुखी जीवन व्यतीत कर रहा था। अचानक एक दिन उसकी पत्नी बीमार हो गई और बहुत इलाज...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 443Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 10, 2025 February 10, 2025 कबीर अपने स्टिक दोहों और पैनी साखियों के कारण धीरे-धीरे सिद्धपुरुष के रूप में ख्याति पाने लगे थे। वे जुलाहे का काम करते थे। सत्य...