धर्म

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परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—635

किसी गांव में एक बहुत ही फूहड़ किस्म का आदमी रहता था। गांव में उसकी कोई इज्जत नहीं करता था। वह हमेशा दुखी रहा करता...
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परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 634

एक बार गोमल सेठ अपनी दुकान पर बेठे थे। दोपहर का समय था, इसलिए कोई ग्राहक भी नहीं था तो वो थोड़ा सुस्ताने लगे। इतने...
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परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—633

एक बार एक युवा व्यापारी अपने व्यापार में लगातार असफल हो रहा था। उसे लगा कि भगवान ने उसे पूरी तरह से छोड़ दिया है।...
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परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 632

एक दिन बुद्ध के शिष्य ने पूछा कि तथागत क्या आपके सत्संग सुनने वाले सभी लोगों का कल्याण होता है? क्या सभी लोगों के दुख...
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परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—631

एक राजा ने अपने सुनार को आदेश दिया कि वह एक ऐसी अंगूठी बनाए जिसमें कुछ ऐसा लिखा हो जो राजा को सुख में अहंकार...
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परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—630

एक दिन श्रीकृष्ण ने उद्धव से कहा कि मैं तुम्हें एक कहानी सुनाता हूं, जिससे तुम समझ जाओगे कि अच्छे काम सही समय पर क्यों...
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परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 629

बहुत पुरानी बात है। किसी शहर में एक बड़ा धनी सेठ रहता था। वह सेठ दिल का उदार था और परोपकार में भी आगे रहता...
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परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—628

एक बार एक संत श्री राजदरबार में गये और इधर-उधर देखने लगे। मंत्री ने आकर संत श्री से कहा : “हे साधो! यह राजदरबार है।...
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परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 627

एक बार, संत अपने शिष्यों के साथ एक नदी के किनारे बैठे थे। एक शिष्य ने पूछा, “गुरुजी, भविष्य में क्या होगा, यह जानकर हमें...
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परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—626

Jeewan Aadhar Editor Desk
एक गांव में संत ज्ञानेश्वर का कथावाचन चल रहा था। अपनी कथा में संत ज्ञानेश्वर समझा रहे थे कि ईश्वर ज्ञान, विवेक, शक्ति और भक्ति...