धर्म

धर्म

ओशो : झुकने की कला

Jeewan Aadhar Editor Desk
जिसकी गली में ,जिस के आसपास,जिसके सान्निध्य में,स्वर्ग की तुम्हें पहली दफा थोड़ी-सी झलक मिले, एक क्षण को सही,एक क्षण को पर्दा हटे-वही सदगुरू। जिसके...
धर्म

परमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—81

Jeewan Aadhar Editor Desk
जवानी में तुलसीदासजी अपनी पत्नी पर बड़े आसक्त थे। एक बार उनकी पत्नी अपने मायके गई तो उनसे उनका वियोग सहा नहीं गया, विरह से...
धर्म

सत्यार्थ प्रकाश के अंश—18

Jeewan Aadhar Editor Desk
जो दण्ड है वही पुरूष राजा,वही न्याय का प्रचारकत्र्ता और सब का शासनकत्र्ता,वही चार वर्ण और आश्रमों के धर्म का प्रतिभू अर्थात् जामिन है। वही...
धर्म

परमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—80

Jeewan Aadhar Editor Desk
एक सज्जन मेरे पास आया और कहने लगा,महाराजजी। आपका मन हमेशा संकीर्तन,भजन, कथा सत्संग में कैसे लगा रहता है? हमारा मन तो 5-10 मिनट से...
धर्म

स्वामी राजदास : पाप और पुण्य

Jeewan Aadhar Editor Desk
बुरे कर्मो का पुंज पाप है और अच्छे कर्मो का संग्रह पुण्य। भगवान वेदव्यास के अनुसार अठारह पुराणों का सार है-‘परोपकाराय पुण्याय पापाय परपीडनम्।’ अर्थात...