हिसार,
रोडवेज मे स्थाई महाप्रबंधक नियुक्त करने की मांग व कर्मचारियों की डिपो स्तर की समस्याओं का समाधान करने की मांग को लेकर आज सैंकड़ों कर्मचारियों ने वर्कशॉप प्रांगण में एकत्रित होकर गेट मिटिंग व प्रदर्शन किया। गेट मीटिंग व प्रदर्शन की अध्यक्षता डिपो प्रधान राजपाल नैन, सतपाल डाबला, राम सिंह बिश्नोई, पवन कुमार, बहादुर संडवा, रमेश माल व रामफल कादयान ने संयुक्त रूप से की। गेट मीटिंग में मंच संचालन सुभाष ढिल्लो ने किया। प्रदर्शन के बाद मांगों को लेकर महाप्रबंधक, अतिरिक्त मुख्य सचिव परिवहन विभाग व महानिदेशक राज्य परिवहन विभाग के नाम ज्ञापन सौंपा।
गेट मीटिंग को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि विभाग में ओवर टाईम शून्य करने के नाम पर चालक-परिचालकों की प्रतिदिन 8 घंटे ड्यूटी समय व तय किलोमीटर का तालमेल न करके उनसे 12 से 14 घंटे ड्यूटी लेकर भारी शोषण किया जा रहा है, जो श्रम कानूनों का भी उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि लोकल मार्गों पर बसों के फेरे कम करने व लंबे मार्गों की रूटेशनों में कटौती करने से हिसार डिपो व हांसी सब डिपो को लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। वहीं आम जनता व छात्रों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ रही है, जिसके कारण विभाग की बदनामी हो रही है। इसके अलावा डिपो कर्मचारियों की लंबित मांगों व समस्याओं का समाधान भी नहीं किया जा रहा है, जिससे कर्मचारियों में रोडवेज प्रशासन के प्रति भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि एक सप्ताह के अंदर कर्मचारियों की मांगों व समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो रोडवेज कर्मचारी आंदोलन शुरू करने को मजबूर होंगे, जिसके तहत धरना, प्रदर्शन, घेराव व हड़ताल जैसे कदम उठाए जा सकते हैं, जिसकी जिम्मेवारी डिपो प्रशासन की होगी।
गेट मिटिंग को जयभगवान बडाला, अरूण शर्मा, भागीरथ शर्मा, कामरेड रूप सिंह, राजबीर पेटवाड़, कुलदीप पाबड़ा व राजबीर सिधु आदि ने भी सम्बोधित किया।
तालमेल कमेटी की ये हैं मांगें:
1. लोकल मार्गों की रूटेशन 8 घंटे की ड्यूटी के अनुसार बनाई जाए। इससे ज्यादा ड्यूटी लेने पर पॉलिसी अनुसार ओवर टाईम देना सुनिश्चित किया जाए।
2. लंबे मार्गों पर 4 घंटे अधिक ड्यूटी लेने पर एक दिन का ओटीआर दिया जाए।
3. ट्रैफिक ब्रांच, ड्यूटी सैक्शन व बुकिंग ब्रांच ऑप्रेशन स्टाफ से संचालित करवाई जाए व कार्यालय लिपिकों से कार्यालय में ही कार्य लिया जाए ताकि कार्यालय का काम बाधित न हो।
4. हिसार व हांसी बस स्टैंडों पर बसों की अग्रिम बुकिंग हेतु सैंक्शन पदों अनुसार पर्याप्त परिचालक लगाए जाएं ताकि यात्रियों को परेशानी ना हो।
5. कर्मशाला कर्मचारियों को तकनीकी वेतनमान के तहत एसीपी का लाभ दिया जाए।
6. वर्ष 2016 में भर्ती हुए चालकों का अक्तूबर 2018 माह का वेतन दिया जाए।
7. चालक व परिचालकों को समय पर रेस्ट व छुट्टी की व्यवस्था की जाए तथा बकाया टीए व ओवर टाईम का भुगतान किया जाए।
8. रोडवेज तालमेल कमेटी के निर्णय अनुसार 5 जनवरी 2019 तक 5 दिन ओवर टाईम का लाभ दिए बिना पहले की भांति बसों की रूटेशन का संचालन जारी रखा जाए और उपरोक्त समय के अंदर सरकार द्वारा पर्याप्त कर्मचारियों की नियमित भर्ती की जाए।