सेहत हिसार

हार्ट के रोगों की ओ.पी.डी हिसार में शीघ्र शुरू होगी

नियमित व्यायाम/सैर व उचित आहार से हार्ट जैसे रोग से बचा जा सकता हैं –

हिसार
हिसार जिले में ओंकोलॉजी, सीटीवीएस, रोबोटिक्स व लिवर ट्रांस्प्लांट जैसी सुविधाओं के लिए अग्रणी सुपर स्पेशिलिटी प्रदाता इन्द्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम शीघ्र ही हिसार मे ओ.पी.डी. की सुविधा प्रारंभ करने जा रही है ताकि रोगियों को उपरोक्त सुविधाओं के लिए बड़े शहरों में ना जाना पड़े और मरीज समय रहते अपने नजदीक ही इसकी सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। दिल्ली के विख्यात हस्पताल इन्द्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक कॉर्डियो थरोसिक एंड वेस्कुलर सर्जन, हॉर्ट स्पेशलिस्ट मुकेश गोयल की सेवाएं ओ.पी.डी. शीघ्र ही शहर के हस्पताल में रहेंगी। एक जानकारी में वरिष्ठ चिकित्सक मुकेश गोयल ने बताया कि अब मरीजों को बड़े शहरों में ले जाने की जरूरत नहीं रहेगी। उनका प्रारंभिक उपचार यही हिसार में ही हो जाएगा। उन्होंने हार्ट जैसे रोगों के बचाव के लिए टिप्स बताते हुए कहा कि प्रतिदिन नियमित व्यायाम सैर व उचित खान-पान से इस रोग से बचा जा सकता है।
इन्द्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक कार्डियो थारोसिक एंड वेस्कुलर सर्जन मुकेश गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि अग्रणी सुपर स्पेशलटी स्वास्थ्यसेवा प्रदाता इन्द्रप्रस्थ अपोलो होस्पिटल्स ने हिसार एवं आस-पास के लोगों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए हिसार में ओपीडी का आयोजन किया। हरियाणा के हिसार में उचित ओपीडी सुविधाओं की कमी है और मरीजों को अक्सर आस-पास के क्षेत्रों में जाना पड़ता है। इस कमी को दूर करने के लिए इन्द्रप्रस्थ अपोलो होस्पिटल्स क्षेत्र के मरीजों को आधुनिक ओपीडी सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए तत्पर है। अब मरीजों को आधुनिक उपचार सेवाओं के लिए बड़े शहरों का रूख नहीं करना पड़ेगा। इन्द्रप्रस्थ अपोलो होस्पिटल्स अपनी आधुनिक तकनीक एवं अनुभवी पेशेवरों के साथ एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएगा और मरीजों को लाभान्वित करेगा।
इस अवसर पर मुकेश गोयल, सीनियर कन्सलटेन्ट, कार्डियो थोरेसिक एण्ड वैस्कुलर सर्जरी, इन्द्रप्रस्थ अपोलो होस्पिटल्स ने कहा, ‘‘दिल की बीमारियों को अक्सर कार्डियोवैस्कुलर रोग कहा जाता है। इसमें ब्लड वैसल्स ब्लॉक हो जाने के कारण मरीज को हार्ट अटैक छाती में दर्द/एंजाइना या स्ट्रोक तक हो सकता है। दिल की अन्य बीमारियों में हार्ट की मसल्स, वाल्व या रिदम पर असर पड़ता है। दिल की ज़्यादातर बीमारियों को जीवनशैली में बदलाव लाकर रोका जा सकता है। इन बीमारियों की रोकथाम के लिए धूम्रपान छोडऩे कालेस्ट्रोल कम करने, ब्लड प्रेशर नियन्त्रित रखने, वजन पर नियन्त्रण रखने और व्यायाम करने की सलाह दी जाती है।’
डॉ. गोयल ने बताया कि ‘कार्डियोवैस्कुलर रोग दुनिया भर में मृत्यु का मुख्य कारण हैं, किंतु इस दृष्टि से अमीर ओर गरीब देशों के बीच काफी भिन्नता है। दिल की बीमारियों के मामले में इन क्षेत्रों के लोगों को इलाज के लिए बड़े शहरों का रूख करना पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने विश्वस्तरीय ओपीडी की शुरूआत की है जो आस-पास के लोगों को आधुनिक उपचार सेवाएं उपलब्ध कराएगी।’

Related posts

राष्ट्रव्यापी हड़ताल में अग्रोहा ब्लॉक के कर्मचारी होगें शामिल, हड़ताल होगी ऐतिहासिक : कृष्ण रूलानिया

बार एसोसिएशन प्रधान के बेटे की गोली लगने से मौत

केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ जनसंगठनों के सांझे मोर्चे ने खोला मोर्चा, किया जोरदार प्रदर्शन