राजस्थान हरियाणा

कुलदीप बिश्नोई को लेकर बिश्नोई सभा दो धड़े में, सोशल मीडिया में उनसे पद और बिश्नोई रत्न वापिस लेने की न्यूज फैली, राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया अफवाह

आदमपुर,
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटाने का एक पत्र रविवार को इंटरनेट पर वायरल हुआ।
जिसमें दावा किया गया कि कुलदीप बिश्नोई को हटाकर श्री महंत शिवदास शास्त्री को संरक्षण बनाया गया है।
 
जब इस बात को लेकर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुढ़िया से संपर्क साधा गया तो उन्होंने इस पत्र को झूठा बताया। उनका कहना है कि कुलदीप बिश्नोई महासभा के संरक्षक हैं। महासभा ने ही उन्हें बिश्नोई रत्न दिया हुआ है। इसे लेकर कोई भी निर्णय लेने का अधिकार महासभा के पास है। इस विषय पर महासभा की कोई बैठक नहीं हुई है।

महासभा के 300 सदस्य हैं अगर किसी को हटाना भी है तो वह सभी मिलकर फैसला लेते हैं। कुछ लोग ऐसा फैसला नहीं कर सकते।
दरअसल हरियाणा के बीजेपी नेता कुलदीप बिश्नोई का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो परिवारिक कार्यक्रम में महिलाओं के साथ डांस कर रहे थे।

इसके बाद से सोशल मीडिया पर ये दावा किया जा रहा है कि उन्हें अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा से निकाल दिया गया है। सोशल मीडिया पर वायरल न्यूज में लिखा गया है कि कुलदीप बिश्नोई पर समाज विरोधी आचरण, समाज के रीति रिवाज, परंपरा और मर्यादा तोड़ने का आरोप है।  जिस पर  बिश्नोई समाज ने नोटिस देकर जवाब मांगा था लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया।

इसके बाद बिश्नोई समाज ने कहा कि भविष्य में समाज के किसी भी कार्यक्रम में उन्हें बिश्नोई रत्न सम्मान नहीं दिया जाएगा। आपको बता दें कि कुलदीप बिश्नोई पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे हैं।

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