परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 632 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 17, 2025August 17, 20250
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—631 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—631Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 16, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—630 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—630Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 15, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 629 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 14, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—628 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—628Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 13, 2025
धर्मस्वामी राजदास : सबसे बड़ा धनJeewan Aadhar Editor DeskDecember 6, 2017 December 6, 2017 एक फकीर जो एक वृक्ष के नीचे ध्यान कर रहा था, रोज एक लकड़हारे को लकड़ी काटते ले जाते देखता था। एक दिन उससे कहा...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—9Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 6, 2017November 27, 2023 December 6, 2017November 27, 2023 जब बच्चा तीन मास का हो जाता है, तो कुल गुरू या कुल पुरोहित के हाथ से उसकी जिह्वा पर शहद से ऊँ या हरि...
धर्मओशो : इंसान और कुत्ताJeewan Aadhar Editor DeskDecember 6, 2017 December 6, 2017 मनुष्य का जीवन मिला और पुण्य का पता न चला, तो सार क्या है? जो तुम कर रहे हो ,वह तो पशु भी कर लेते...
धर्मस्वामी राजदास : गुरु दक्षिणाJeewan Aadhar Editor DeskDecember 5, 2017 December 5, 2017 प्राचीनकाल के एक गुरु अपने आश्रम को लेकर बहुत चिंतित थे। गुरु वृद्ध हो चले थे और अब शेष जीवन हिमालय में ही बिताना चाहते...
धर्मसत्यार्थप्रकाश के अंश-08Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 5, 2017 December 5, 2017 आर्यवर्त के राजपुरूषों की स्त्रियां धनुर्वेद अर्थात् युद्धविद्या भी अच्छी प्रकार जानती थी, क्योंकि जो न जानती होतीं तो कैकेयी आदि दशरथ आदि के साथ...
धर्मओशो : भीतर जले दीपकJeewan Aadhar Editor DeskDecember 5, 2017 December 5, 2017 जब हम एक दफा, पहली दफा किसी व्यक्ति को पानी में फेंकते हैं तैरने के लिए, तब भी वह हाथ-पैर फेंकता है- थोड़े अव्यवस्थित। और...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—70Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 5, 2017January 28, 2024 December 5, 2017January 28, 2024 धर्म प्रमी सज्जनों गीता में श्रीकृष्ण ने स्पष्ट लिखा हैं, मैं इन्द्रियों में मन हूँ। अत: मन बड़ा बलवान् होता है। मन की इच्छा पर...
धर्मसत्यार्थप्रकाश के अंश—07Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 4, 2017 December 4, 2017 जीवन आधार न्यूज पोर्टल के पत्रकार बनो और आकर्षक वेतन व अन्य सुविधा के हकदार बनो..ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करे। जीवन आधार प्रतियोगिता...
धर्मस्वामी राजदास : सुख का रहस्यJeewan Aadhar Editor DeskDecember 4, 2017 December 4, 2017 एक संत को अपना भव्य आश्रम बनाने के लिए धन की जरूरत पड़ी। वह अपने शिष्य को साथ लेकर धन जुटाने के लिए लोगों के...
धर्मओशो : जुआरी का मतलबJeewan Aadhar Editor DeskDecember 4, 2017 December 4, 2017 दुकानदार का मन पूरे समय लाभ की भाषा में सोचता है, हिसाब-किताब और गणित। जुआरी का एक और ढंग है। वह सब लगा देता है...