परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—474 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—474Jeewan Aadhar Editor DeskMarch 13, 2025March 13, 20250
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—473 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—473Jeewan Aadhar Editor DeskMarch 12, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—472 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—472Jeewan Aadhar Editor DeskMarch 11, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—471 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—471Jeewan Aadhar Editor DeskMarch 10, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—470 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—470Jeewan Aadhar Editor DeskMarch 9, 2025
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—33Jeewan Aadhar Editor DeskJune 21, 2017December 21, 2023 June 21, 2017December 21, 2023 एक शहर में एक धनी सेठ रहता था । उसके पास बहुत ज्यादा धन -दौलत थी, परन्तु इतना धनी होने पर भी वह हमेशा दुखी...
धर्मओशो : मैं मृत्यु सिखाता हूंJeewan Aadhar Editor DeskJune 20, 2017 June 20, 2017 अक्सर ऐसा होता है कि एक श्रृंखला होती है अच्छे की भी और बुरे की भी। उसी समय यूनान में सुकरात पैदा हुआ थोड़े समय...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—32Jeewan Aadhar Editor DeskJune 20, 2017December 20, 2023 June 20, 2017December 20, 2023 एक गांव में भोला नाम का एक आदमी रहता था। वो पढ़ा -लिखा नहीं था और बहुत ही सीधा–साधा था। वह अक्सर लोगों को चश्मा...
धर्मओशो:कठोपनिषदJeewan Aadhar Editor DeskJune 19, 2017 June 19, 2017 फ्रायड जैसे मनोवैशानिक तो कहते हैं कि परमेश्वर की धारणा पिता की धारणा का ही विस्तार है, उसका ही प्रक्षेप है। जो बच्चे पिता के...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—31Jeewan Aadhar Editor DeskJune 19, 2017December 19, 2023 June 19, 2017December 19, 2023 एक बहुत अमीर बूढ़ा आदमी था। उसे अपने चित्र बनाने का बहुत ज्यादा शौंक था। एक बार उसने एक चित्रकार से अपना चित्र बनाने के...
धर्मओशो: द पैशन फॉर द इम्पॉसिबलJeewan Aadhar Editor DeskJune 18, 2017 June 18, 2017 सुबह उठते ही पहली बात, कल्पना करें कि तुम बहुत प्रसन्न हो। बिस्तर से प्रसन्न-चित्त उठें – आभा-मंडित, प्रफुल्लित, आशा-पूर्ण – जैसे कुछ समग्र, अनंत...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से-29Jeewan Aadhar Editor DeskJune 18, 2017December 17, 2023 June 18, 2017December 17, 2023 एक समय की बात है, एक पहाड़ी पर एक काली चिड़िया रहती थी । काली चिड़िया के घोंसले में उसके दो बच्चे थे। एक दिन...
धर्मओशो : आंनद-समर्पणJeewan Aadhar Editor DeskJune 17, 2017 June 17, 2017 अगर पाप होता तो तुम न होते! पाप होता तो ऋषि-मुनि, महर्षि न होते! पाप होता तो बुद्ध, महावीर न होते! पाप से बुद्ध और...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—28Jeewan Aadhar Editor DeskJune 17, 2017December 16, 2023 June 17, 2017December 16, 2023 बहुत समय पहले की बात है। एक बहुत बड़ा और घना जंगल हुआ करता था। गर्मियों के दिन थे जंगल में जानवरों की पहल कदमी...
धर्मओशो : गीता दर्शन भाग-3Jeewan Aadhar Editor DeskJune 16, 2017 June 16, 2017 भगवान बुद्ध के आखिरी छ: महीने बहुत पीडा में बीते। पीड़ा में उनकी तरफ से,जिन्होंने देखा; बुद्ध की तरफ से नहीं। बुद्ध एक गांव में...