परमहस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—352 धर्मपरमहस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—352Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 10, 2024November 10, 20240
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से — 351 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से...Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 9, 2024
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से — 350 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से...Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 8, 2024
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 349 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 7, 2024
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 348 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 6, 2024
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—238Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 18, 2024 July 18, 2024 एक बार एक युवक घर बार छोड़कर सन्यासी बनने निकला। वह समझ चुका था की, जीवन में कोई अपना नहीं है। अपने भी मतलब के...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—237Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 17, 2024 July 17, 2024 एक अत्यंत समृद्ध राज्य था। वहां के राजा युवाओं को कभी खाली बैठने ही नहीं देते थे। उनमें आलस्य भरने का कोई अवसर उन्हें देते...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—236Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 16, 2024 July 16, 2024 मद्र देश के राजा शल्य, नकुल सहदेव की माँ माद्री के भाई थे। जब उन्हें यह ख़बर मिली कि पांडव उपप्लव्य के नगर में युद्ध...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—235Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 15, 2024 July 15, 2024 पांडवों के वनवास के दिनों में कई ब्राह्मण उनके आश्रम गए थे। वहाँ से लौटकर वे हस्तिनापुर पहुँचे और धृतराष्ट्र को पांडवों के हाल-चाल सुनाएं।...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—234Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 14, 2024 July 14, 2024 तेरहवाँ बरस पूरा होने पर पांडव विराट की राजधानी छोड़कर विराटराज के ही राज्य में स्थित ‘उपप्लव्य’ नामक नगर में जाकर रहने लगे। अज्ञातवास की...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—233Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 13, 2024 July 13, 2024 गंगा एक सुंदर युवती का रूप धारण किए नदी के तट पर खड़ी थी, उनके सौंदर्य और नवयौवन ने राजा शांतनु को मोह लिया था।...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—232Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 12, 2024 July 12, 2024 महाभारत के तेरहवें दिन भी संशप्तकों (त्रिगर्तों) ने अर्जुन को युद्ध के लिए ललकारा। अर्जुन भी चुनौती स्वीकार करके उनके साथ लड़ता हुआ दक्षिण दिशा...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—231Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 11, 2024 July 11, 2024 युधिष्ठिर उसी विषैले तालाब के पास जा पहुँचे, जिसका जल पीकर उनके चारों भाई मृत-से पड़े हुए थे। यह देखकर युधिष्ठिर चौंक पड़े। असह्य शोक...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—230Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 10, 2024July 10, 2024 July 10, 2024July 10, 2024 द्रौपदी के स्वयंवर में जो कुछ हुआ था, उसकी ख़बर जब हस्तिनापुर पहुँची तो विदुर बड़े ख़ुश हुए। धृतराष्ट्र के पास दौड़े गए और बोले—“पांडव...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—229Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 9, 2024 July 9, 2024 कौरवों पर विजय पा लेने के बाद सारे राज्य पर पांडवों का एकछत्र अधिकार हो गया और उन्होंने कर्तव्य समझकर राज-काज सँभाल लिया। फिर भी...