परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 648 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 2, 2025September 2, 20250
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 647 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskSeptember 1, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 646 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 31, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से-645 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से-645Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 30, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 644 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 29, 2025
धर्मओशो : रोने में फर्कJeewan Aadhar Editor DeskNovember 28, 2017 November 28, 2017 रोने रोने में फर्क है। दर्द दर्द में भेद है। एक तो रोना है जो दुख से निकलता है, विषाद निकलता है। और रोना है...
धर्मस्वामी राजदास : जीव ईश्वर का ही अंश हैJeewan Aadhar Editor DeskNovember 27, 2017 November 27, 2017 जीव ईश्वर का अंश है तो ईश्वर के समान शक्ति उसमें क्यों नहीं हैं? यह प्रश्न एक शिष्य ने गुरु से पूछा। गुरु ने विस्तार...
धर्मओशो : वासना दुश्मन नहीं हैJeewan Aadhar Editor DeskNovember 27, 2017 November 27, 2017 हिटलर से लड़ते वक्त चर्चिल को हिटलर जैसा ही हो जाना पड़ा । इसके सिवाय कोई उपाय न था। जो धोखा—धड़ी हिटलर कर रहा था...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—62Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 27, 2017January 20, 2024 November 27, 2017January 20, 2024 त्रिकूट पर्वत पर एक शक्ति शाली हाथी रहता था । गर्मी के दिन थे। उसी पर्वत के पास एक बहूत बड़ा सरोवर था। गजेन्द्र आपी...
धर्मस्वामी राजदास : साधु का पकवानJeewan Aadhar Editor DeskNovember 26, 2017 November 26, 2017 एक बार एक साधु एक शहर में ठहरे। वे किसी से कुछ दान नहीं लेते। बस खाना मांगने के लिए चेले को शहर के धनी...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—61Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 26, 2017January 19, 2024 November 26, 2017January 19, 2024 परीक्षित ने शुकदेव मुनि से सविनय करबद्ध होकर पूछा हे गुरूदेव ये चौदह लोक और यह संसार की रचना कैसे हुई? शुकदेव जी ने समझाया...
धर्मओशो : का सोवे दिन रैन -232Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 26, 2017 November 26, 2017 मधुशालाओं में आओ-जाओ। पिथक्कड़ो के पास बैठो। जहां शराब ढलती हो वहां से हटो ही मत। संत्संग करो। एक तो यह उपाय है। परमात्मा से...
धर्मओशो : सलाह देने वालेJeewan Aadhar Editor DeskNovember 24, 2017 November 24, 2017 मैंने सुना, मुल्ला नसरूद्दीन चला जा रहा था एक रास्ते पर। नुमाइश लगी थी। बड़े शुभ वस्त्र पहने हुए-झकझक, अभी धुलवाए। बूढ़ा हो गया है...
धर्मस्वामी राजदास : सत्य की यात्रा मेंJeewan Aadhar Editor DeskNovember 24, 2017 November 24, 2017 मैंने सुना है कि एक पंडित एक तोता खरीदने गया। उसने तोते की दूकान पर कई तोते देखे। एक तोता उसे पंसद आया। बड़ा शानदार...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—60Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 24, 2017January 18, 2024 November 24, 2017January 18, 2024 समय कभी रूकता नहीं, चाहे अच्छा समय हो या बूरा, चाहे दु:ख की घडिय़ाँ हों या सुख की। दु:ख के समय लगता है कि समय...